सुरक्षा

सुरक्षा का मतलब सिर्फ यही नहीं है कि एक सैनिक सीमा पर युद्ध करता है और अपनी जान खतरे में डालता है। चमक धमक से दूर वह अग्रणी सीमा की रक्षा करता है। बल्कि सुरक्षा का मतलब वह भी है जो प्रत्येक पुरुष या ज्यादातर महिलाएं अपने घरों से बाहर निकलते हुए महसूस करती हैं। भाजपा के लिए सुरक्षा के मायने आम धारणा से अलग हैं जिसमें कई उभरती हुई चुनौतियां और अवसर शामिल हैं। हालांकि सुरक्षित भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज मजबूत अर्थव्यवस्था है। कोई भी केंद्र सरकार अगर राष्ट्रकवादी है तो वह अर्थव्यवस्था पर ध्याजन दिए बिना नहीं रह सकती, जैसा कि हम हर बार करते हैं और बाह्य या आंतरिक दुश्मरनों के लिए यह मौका छोड़ देते हैं कि वह देश को बर्बाद करे। सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि और आर्थिक विकास भारतीय सुरक्षा के बुनियादी तत्व हैं।

भाजपा के लिए राष्ट्री य सुरक्षा का मसला सर्वांगीण है जिसके कई आयाम हैं। सर्वप्रथम तो भारत को विदेशी हथियार निर्माताओं पर से अपनी निर्भरता को कम करना होगा और अपनी ऊर्जा को इस बात में लगाना होगा कि हम सेना द्वारा प्रयोग में लाए जाने वाले उपकरण और तकनीक को खुद बनाएं। यह न सिर्फ हमारे महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाएगा बल्कि लाखों लोगों के लिए रोजगार का अवसर भी पैदा करेगा और यह हमारी अर्थव्यवस्थार को मजबूत करने का काम भी करेगा।

आंतरिक रूप से भारत को मजबूत और कार्यकुशल पुलिस बल की आवश्येकता है जिसमें महिलाओं की संख्याो वर्तमान के मुकाबले और ज्यादा हो। भाजपा देश के सभी प्रदेश में पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए प्रतिबद्ध है और इस लक्ष्ये को पूरा करने के लिए हरसंभव सहायता देगी। पार्टी यह बात शिद्दत से महसूस करती है कि राज्य पुलिस, आधुनिक जांच के एकीकरण और फोरेंसिक तकनीक में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने से कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों में कमी आएगी जिनका हम आज सामना करते हैं जैसे महिला सुरक्षा, बच्चों और वृद्धों के मामले।

भारत को इस बात के लिए भी तैयार होना होगा कि भविष्यी की लडाइयां आभासी दुनिया में लड़ी जाएंगी। यह भारत के लिए विशेष ध्या न देने वाला क्षेत्र है। हालांकि हमारे पास आईटी और सेवा क्षेत्र में कुशल प्रतिभाएं हैं लेकिन हम दूसरों देशों के साथ अपनी रफ्तार नहीं मिला पा रहे हैं। हमें इसके लिए ऐसे युवा भारतीयों की सेना तैयार करनी होगी जो आभासी दुनिया में हमारी संपदा की रक्षा कर सके।

इसमें कोई आश्चरर्यजनक बात नहीं है कि ये बदलाव भारत की अर्थव्यवस्था पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से सकारात्मक असर डालेंगे जो भविष्यर में मजबूत और अखंड भारत के रूप में परिलक्षित होगा। भाजपा का दृष्टिकोण सुरक्षा के मसले को पर्याप्त अहमियत देता है और इसे बाह्य व आंतरिक रूप से मजबूत करने के लिए काम करता है।